हे मुरलीधर , हे दामोदर
कृष्णा मुरारी , हे नटनागर
हे मुरलीधर हे दामोदर
कृष्णा मुरारी हे नटनागर ॥
भूल गए क्या विनती सुनकर
भूल गए क्या विनती सुनकर
हे मन मोहन हे करुणाकर
हे मुरलीधर हे दामोदर
कृष्णा मुरारी हे नटनागर ॥
अंधियारे में घिरे हुए, हैं गोपाला
ज्योति पुंज बनकर राह
दिखाओ हे नन्द लाल....
कैसे पार करुँगी तुम बिन…
कैसे पार करुँगी तुम बिन…
जीवन सागर हे करुणाकर ॥
हे मुरलीधर हे दामोदर
कृष्णा मुरारी हे नटनागर
हे मुरलीधर हे दामोदर
कृष्णा मुरारी हे नटनागर
0 टिप्पणियाँ