श्याम पिया की मैं हूँ दिवानी
दिल में बसे मेरे श्याम
तेरी राधा पुकारे,
आ जाओ घनश्याम
ओ श्याम रे
तेरी राधा पुकारे
आ जाओ घनश्याम
बंसी की तान अब, कही न सुनाए
पीर ये सह न पाऊं
तेरे सिवा मोहे कौन सताएं
पंचर पे जब मैं जाऊँ
तेरे नाम की जोगन बनकर ,
मैं तो हुई बदनाम ...
तेरे नाम की जोगन बनकर ,
मैं तो हुई बदनाम ...
तेरी राधा पुकारे
आ जाओ घनश्याम
ओ श्याम रे
श्याम है तन में,श्याम है मन में,
श्याम बसे कण कण में
श्याम बिना ये जग है सूना
दुख ही दुख जीवन में
दुख ही दुख जीवन में
मैं तो हुई तेरी प्रेम पुजारिन,
तु है मेरा भगवान
तेरी राधा पुकारे,
आ जाओ घनश्याम
ओ श्याम रे
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