कार्तिक के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देव उठनी एकादशी, देव उठनी प्रबोधिनी एकादशी और देवोत्थान एकादशी के नामों से भी जाना जाता है |इस बार देव उठनी एकादशी 14 नवंबर रविवार को मनाई जाएगी|
भगवान विष्णु देव उठनी एकादशी वाले दिन ही चार माह की लंबी योग निद्रा से जागते है|
देव उठनी एकादशी वाले दिन भूलकर भी न करें ये काम
- देव उठनी एकादशी या फिर कोई भी एकादशी क्यों न हो, आपको चावल का इस्तेमाल बिल्कुल भी न करें | इस दिन चावल खाना, बनाना मना है |
- एकादशी के दिन तुलसी की पत्ती भूलकर भी न तोड़े |
- भोग लगाने के लिए तुलसी की पत्ती पहले से ही तोड़ कर रखें |
- एकादशी का व्रत करने वाले भक्त जनों को भूल से भी गोभी, गाजर, पालक, शलजम, कुलफा का साग आदि नहीं खाना चाहिए |
- इस दिन कलेश लड़ाई आदि घर में न करें
- एकादशी का व्रत जो लोग करें वह लकड़ी का दातून या पेस्ट से दांत साफ न करें |
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